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अब दाखिले के ज्यादा मौके, इंजीनियरिंग की 5000 सीटें बढ़ीं



Great news engineering grew five thousand seats


इस साल बीटेक के अच्छे कॉलेजों में दाखिले के ज्यादा मौके मिलेंगे। महामाया टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एमटीयू) से संबद्ध पश्चिमी उत्तर प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में नए सत्र 2012-13 से बीटेक की लगभग 5000 सीटें बढ़ गई हैं।

ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजूकेशन (एआईसीटीई) ने कॉलेजों को सीटें बढ़ाने की अनुमति दे दी है। एआईसीटीई ने इस साल बीटेक की सीटें बढ़ाने में लचीलापन अपनाया है। आवेदन करने वाले अधिकांश संस्थानों को इजाजत मिल गई है। एआईसीटीई ने विभिन्न पाठ्यक्रमों में सीटें बढ़ने के अनुमति पत्र संस्थानों को भेज दिए हैं।

आदेश मिलने के बाद कॉलेजों ने एमटीयू में मान्यता के लिए आवेदन करना शुरू कर दिया है। विवि ने 25 मई तक बढ़ी सीटों की मान्यता हासिल करने का समय दिया है। अभी तक एमटीयू में लगभग 23 कॉलेजों ने अपने आवेदन दाखिल किए हैं। विश्वविद्यालय के मुताबिक लगभग 70 इंजीनियरिंग कॉलेजों में सीटें बढ़ गई हैं।

इंजीनियरिंग की सीट बढ़ोतरी तमाम बड़े कॉलेजों में हुई है। इससे छात्रों को अच्छी रैंक वाले कॉलेजों में दाखिले के ज्यादा मौके मिलेंगे। इसका नुकसान नए कॉलेजों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से होगा। उधर, इंजीनियरिंग के अलावा एमबीए, एमसीए और बीआर्क की सीटों में भी इजाफा हुआ है।

दूसरी ओर दो दर्जन से ज्यादा नए संस्थानों को भी एआईसीटीई से मान्यता मिल गई है। नए सत्र से लगभग 27 कॉलेजों ने इंजीनियरिंग की अलग-अलग ब्रांच बंद करने का प्रस्ताव विश्वविद्यालय को दिया है।

सीटें खाली, बढ़ोतरी जारी
टेक्निकल यूनिवर्सिटी में हर साल इंजीनियरिंग की 40 फीसदी सीटें खाली बच रही हैं। एआईसीटीई सीट बढ़ाने की अनुमति दे रहा है। ऐसा औसत और बेहतर प्रदर्शन करने वाले संस्थानों के लिए हो रहा है। इसकी वजह से पिछले दो सालों में खुले कॉलेजों को नुकसान होगा।

कॉलेज और सीटें
एमटीयू में 2010 में 387 कॉलेज थे, पिछले साल 21 नए संस्थानों को मान्यता मिली और कॉलेजों की संख्या 408 पहुंच गई। इस साल भी दो दर्जन नए कॉलेजों को मान्यता मिलेगी जबकि 8 बंद होंगे। विवि में पिछले साल इंजीनियरिंग की 60 हजार सीटें थी, जिनकी संख्या इस बार 65 हजार पहुंच जाएगी।

मैनेजमेंट कोटा खत्म होने का लाभ
मैनेजमेंट कोटा खत्म होने से भी छात्रों को बड़े संस्थानों में दाखिले के लिए ज्यादा सीटें मिलेंगी। एमटीयू के टॉप कॉलेजों में लगभग 2000 सीटों पर सीधे लाभ मिलेगा। मैनेजमेंट कोटे की ये सीटें एसईई में शामिल होने से मेधावी छात्रों को फायदा होगा। इसका नुकसान नए कॉलेजों को होगा।

दाखिले के लिए प्राथमिकता वाले कॉलेज:
-जेएसएस अकेडमी ऑफ टेक्निकल एजूकेशन, नोएडा
-कृष्णा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, गाजियाबाद
-गलगोटिया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, ग्रेटर नोएडा
-अजय कुमार गर्ग इंजीनियरिंग कॉलेज, गाजियाबाद
-एबीईएस इंजीनियरिंग कॉलेज, गाजियाबाद
-ग्रेटर नोएडा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, ग्रेटर नोएडा
-नोएडा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, ग्रेटर नोएडा
-आईईसी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, ग्रेटर नोएडा
-इंद्रप्रस्थ इंजीनियरिंग कॉलेज, गाजियाबाद

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